School Winter Holiday News: शिक्षा विभाग का कड़ा फैसला: गर्मियों में छुट्टी मनाने वाले शिक्षकों को अब नहीं मिलेगी ‘विंटर वेकेशन’, नया आदेश जारी

School Winter Holiday News: वर्ष 2025 के अंत में शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के लिए एक महत्वपूर्ण और कड़ा फरमान जारी किया है। यह खबर उन शिक्षकों के लिए किसी झटके से कम नहीं है जो सर्दियों की कड़ाके की ठंड में लंबी छुट्टियों (Winter Vacation) का इंतजार कर रहे थे। विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि एक ही शैक्षणिक सत्र में ‘दोहरी छुट्टियों’ का लाभ अब नहीं मिलेगा।

इस नए नियम का सीधा मकसद स्कूलों में पढ़ाई की निरंतरता बनाए रखना और शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित करना है। आइए, विस्तार से समझते हैं कि यह नियम क्या है और इसका असर किन शिक्षकों पर पड़ेगा।

School Winter Holiday News

क्या है नया नियम? (दोहरी छुट्टियों पर रोक)

शिक्षा विभाग द्वारा जारी सर्कुलर के अनुसार, यह नियम मुख्य रूप से उन शिक्षकों पर लागू होगा जिनका तबादला (Transfer) हाल ही में ग्रीष्मकालीन (Summer Closing) स्कूलों से शीतकालीन (Winter Closing) स्कूलों में हुआ है।

तर्क यह है कि ग्रीष्मकालीन स्कूलों में तैनात रहने के दौरान ये शिक्षक पहले ही गर्मियों की लंबी छुट्टियां बीता चुके हैं। अब तबादले के बाद शीतकालीन स्कूलों में आने पर अगर उन्हें विंटर वेकेशन भी दी जाती है, तो एक ही साल में उन्हें दो बार लंबी छुट्टियां मिल जाएंगी। विभाग ने इसे नियमों के खिलाफ और छात्रों की पढ़ाई के लिए नुकसानदायक माना है।

सीधी बात: अगर आपने गर्मियों की छुट्टियों का आनंद ले लिया है, तो अब जनवरी-फरवरी की सर्दियों में आपको काम करना होगा।

School Winter Holiday News ड्यूटी का प्लान: खाली नहीं बैठेंगे शिक्षक

अब सवाल उठता है कि जब शीतकालीन स्कूल बंद रहेंगे, तो ये शिक्षक क्या करेंगे? विभाग ने इसका भी पूरा खाका तैयार कर लिया है। ऐसे शिक्षकों को उन नजदीकी स्कूलों में प्रतिनियुक्त (Depute) किया जाएगा जो सर्दियों में खुले रहते हैं (ग्रीष्मकालीन अवकाश वाले स्कूल)।

जिला स्तर के अधिकारियों (उप-निदेशकों) को निर्देश दिए गए हैं कि वे ऐसे शिक्षकों की सूची तैयार करें और 1 जनवरी 2026 से पहले उनकी ड्यूटी सुनिश्चित करें। इसका फायदा यह होगा कि जिन स्कूलों में पढ़ाई चल रही है, वहां स्टाफ की कमी दूर होगी और सिलेबस समय पर पूरा हो सकेगा।

छुट्टियों का कैलेंडर: 1 जनवरी से बंद होंगे स्कूल

पहाड़ी क्षेत्रों की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए, शीतकालीन अवकाश वाले स्कूलों का शेड्यूल तय कर दिया गया है:
अवकाश अवधि: 1 जनवरी 2026 से लेकर मध्य फरवरी तक स्कूल बंद रहेंगे।

पीटीएम (PTM): छुट्टियों से ठीक पहले, 31 दिसंबर 2025 को सभी स्कूलों में मेगा पैरेंट-टीचर मीटिंग (अभिभावक-शिक्षक बैठक) आयोजित की जाएगी। इसमें बच्चों की वार्षिक प्रगति और छुट्टियों के होमवर्क पर चर्चा होगी।

नया सत्र: फरवरी के दूसरे सप्ताह के बाद स्कूल फिर से खुलेंगे और नए जोश के साथ पढ़ाई शुरू होगी।

विभाग ने क्यों लिया यह सख्त फैसला?

इस फैसले के पीछे विभाग की मंशा शिक्षा व्यवस्था में समानता और अनुशासन लाना है। पिछले कुछ वर्षों से यह शिकायतें आ रही थीं कि तबादले का लाभ उठाकर कुछ शिक्षक साल में दो-दो बार लंबी छुट्टियां ले रहे थे। इससे न केवल सरकारी खजाने पर असर पड़ता था, बल्कि उन शिक्षकों में भी असंतोष फैलता था जो पूरे साल नियम से ड्यूटी कर रहे थे।

विभाग का मानना है कि सरकारी वेतन पाने वाले कर्मचारियों को सेवा के नियमों का पालन करना चाहिए। इससे बच्चों की पढ़ाई का नुकसान भी कम होगा, क्योंकि ‘डेपुटेशन’ के जरिए अब शिक्षकों की कमी वाले स्कूलों को मदद मिल जाएगी।

मिश्रित प्रतिक्रिया: अभिभावक खुश, शिक्षक हैरान

इस आदेश के बाद शिक्षक संघों में थोड़ी हलचल है। कुछ शिक्षकों का तर्क है कि विषम भौगोलिक परिस्थितियों और कड़ाके की ठंड में काम करना मुश्किल है, भले ही उन्होंने पहले छुट्टियां ली हों। वहीं, दूसरी ओर अभिभावक और आम जनता इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं। अभिभावकों का कहना है कि जब सरकार वेतन दे रही है, तो स्कूलों में पढ़ाई होनी चाहिए, चाहे सर्दी हो या गर्मी।

कुल मिलाकर, शिक्षा विभाग का यह कदम 2026 के शैक्षणिक सत्र को पटरी पर रखने की एक अच्छी कोशिश है। यह नियम स्पष्ट करता है कि अब ‘जुगाड़’ से छुट्टियां नहीं मिलेंगी और छात्रों का हित ही सर्वोपरि होगा। अब देखना यह होगा कि 1 जनवरी से इस नियम का पालन कितनी सख्ती से होता है।

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